२७७ ॥ एक गैबी आवाज ॥
शेर:-
छोड़ि मिट्टी का महेल सब रुह वासिल होंयगे।
नफ़्स योंही रोज सब आता रहा जाता रहा॥
अर्थ:-
मिट्टी का महल यह शरीर है और रुह आत्मा का नाम है। मुसलमानों में सब रूहें मरने के बाद कब्रों में जमा होती रहती हैं जो प्रलय में एक साथ इकट्ठा होकर खुदा के सामने न्याय के लिए जायँगे। इस शेर का यही मतलब निकलता है कि सारी रुहें इस काया को छोड़ कर परमात्मा में लीन हो जायँगी औऱ जिन के अन्दर बासना है ...ड़ण्ड्ढड़त्त्