१५७ ॥ श्री शोभादास जी ॥
पद:-
आज देखा शुभ गमन मोहन श्याम।१।
मोर मुकुट शीश दीन्हें कानन कुण्डल नवीने दहिने कर वंशीथाम।२।
पीत बसन कमल नैन राधे संघ सखा बाम।३।
नूपुर दोउ पगन आल केशरि को तिलक भाल शोभा नित जपत नाम।४।
पद:-
आज देखा शुभ गमन मोहन श्याम।१।
मोर मुकुट शीश दीन्हें कानन कुण्डल नवीने दहिने कर वंशीथाम।२।
पीत बसन कमल नैन राधे संघ सखा बाम।३।
नूपुर दोउ पगन आल केशरि को तिलक भाल शोभा नित जपत नाम।४।