॥ श्री हनुमान जी की प्रार्थना ॥(४)
जय बजरंग सर्ब गुण आगर।१।
सुर मुनि सब तुम्हरो यश गावैं राम सिया के चाकर।२।
काल मृत्यु यम गण सब डरते तोरत भव की साँकर।३।
अन्धे शाह नाम धन माँगैं दीजै दोनों आखर।४।
जय बजरंग सर्ब गुण आगर।१।
सुर मुनि सब तुम्हरो यश गावैं राम सिया के चाकर।२।
काल मृत्यु यम गण सब डरते तोरत भव की साँकर।३।
अन्धे शाह नाम धन माँगैं दीजै दोनों आखर।४।