॥ श्री दुर्गा जी की प्रार्थना ॥
जय जय दुर्गा महरानी।१।
तानो शक्तिन ते तव उतपति, उमा रमा शारद गुणखानी।
दुष्ट दलन भक्तन की रक्षक सुर मुनि बेद बखानी।३।
अन्धे शाह कहैं कर जोरे, तुम समान को दानी।४।
जय जय दुर्गा महरानी।१।
तानो शक्तिन ते तव उतपति, उमा रमा शारद गुणखानी।
दुष्ट दलन भक्तन की रक्षक सुर मुनि बेद बखानी।३।
अन्धे शाह कहैं कर जोरे, तुम समान को दानी।४।