॥ श्री कृष्ण जी की प्रार्थना ॥ (१)
जै श्री कृष्ण चन्द्र बलिहारी।१।
बांये तरफ़ बिराजैं जिनके श्री बृष भानु लली अति प्यारी।२।
शोभा बरनि सकै को भक्तौं कहत बनत नहिं सकत निहारी।३।
अन्धे कहैं धन्य वह प्राणी जिन्ह यह प्राप्त कियो सुख भारी।४।
जै श्री कृष्ण चन्द्र बलिहारी।१।
बांये तरफ़ बिराजैं जिनके श्री बृष भानु लली अति प्यारी।२।
शोभा बरनि सकै को भक्तौं कहत बनत नहिं सकत निहारी।३।
अन्धे कहैं धन्य वह प्राणी जिन्ह यह प्राप्त कियो सुख भारी।४।