२०८ ॥ श्री गोविन्द साहेब जी ॥ दोहा:- गोविन्द भजि गोविन्द भये गोविन्द घट ही माहिं। गोविन्द कह सतगुरु बिना गोविन्द मिलते नाहिं॥