॥ सुर मुनि शक्ती की प्रार्थना ॥(२)
जय सब सुर मुनि शक्ती माता। आप तो सब जग हैं बिख्याता।१।
जानत सब हरि नाम क गाता। पक्का लिखा रजिस्टर खाता।२।
सब मिलि दया कियो लखि ताता। तब ह्वै गयो हमैं कछु ज्ञाता।३।
अन्धे कहैं सत्य यह बाता। आर्शिबाद से हो कुशलाता।४।