२५ ॥ श्री हरखू जी ॥
कीर्तन:-
सियाराम कहौ प्रिया श्याम कहौ रमा विष्णु कहौ हर्षाई जी।
सीता राम कहौ राधे श्याम कहौ श्यामा श्याम कहौ हर्षाई जी।
सीता रमन कहौ राधे रमन कहौ लक्ष्मी रमन कहौ हर्षाई जी।
सीता पती कहौ राधे पती कहौ लक्ष्मी पती कहौ हर्षाई जी।
श्री रघुपति कहौ श्री यदुपति कहौ श्री श्रीपति कहौ हर्षाई जी।५।
रघुनाथ कहौ यदुनाथ कहौ विश्वनाथ कहौ हर्षाई जी।
किरपाल कहौ दीनदयाल कहौ जगपाल कहौ हर्षाई जी।
दीनानाथ कहौ सुरनाथ कहौ सब के नाथ कहौ हर्षाई जी।
दया सागर कहौ करुणा सागर कहौ गुण आगर कहौ हर्षाई जी।
नट नागर कहौ गुणसागर कहौ सुखसागर कहौ हर्षाई जी।१०।
कृपा सिन्धु कहौ दीन बन्धु कहौ करुणा सिन्धु कहौ हर्षाई जी।
श्री राम कहौ घनश्याम कहौ अभिराम कहौ हर्षाई जी।
सुखधाम कहौ बलिराम कहौ गुण ग्राम कहौ हर्षाई जी।
श्री राम कहौ श्री श्याम कहौ जय राम कहौ हर्षाई जी।
गुणवन्त कहौ औ अनन्त कहौ भगवन्त कहौ हर्षाई जी।१५।
राधे कृष्ण कहौ गोपी कृष्ण कहौ श्री कृष्ण कहौ हर्षाई जी।
श्री नाथ कहौ सीता नाथ कहौ गोपी नाथ कहौ हर्षाई जी।
सिया वर तो कहौ राधे वर तो कहौ लक्ष्मी वर तो कहौ हर्षाई जी।
सीता प्राण कहौ लक्ष्मी प्राण कहौ राधे प्राण कहौ हर्षाई जी।
श्री माधव कहौ श्री राघव कहौ श्री यादव कहौ हर्षाई जी।२०।
चाहै राघौ कहौ चाहै माधौ कहौ चाहै यादव कहौ हर्षाई जी।
रघुराई कहौ यदुराई कहौ सुखदाई कहौ हर्षाई जी।
मन मोहन कहौ गोदोहन कहौ चाहै मोहन कहौ हर्षाई जी।
चित चोर कहौ माखन चोर कहौ वर जोर कहौ हर्षाई जी।
मुरलीधर जी कहौ गिरधर जी कहौ वंशीधर जी कहौ हर्षाई जी।२५।
श्री नारायण कहौ मन भायन कहौ मुददायन कहौ हर्षाई जी।
भगवान कहौ बलवान कहौ गुणवान कहौ हर्षाई जी।
वासुदेव कहौ सुरदेव कहौ सब के देव कहौ हर्षाई जी।
दामोदर कहौ ज्ञान गूदर कहौ सब के ऊपर कहौ हर्षाई जी।
जय नाथ कहौ हरि नाथ कहौ सब के नाथ कहौ हर्षाई जी।३०।
ब्रज चन्द कहौ आनन्द कन्द कहौ सुख कन्द कहौ हर्षाई जी।
परमानन्द कहौ ब्रह्मानन्द कहौ नित्यानन्द कहौ हर्षाई जी।
रामानन्द कहौ अनन्तानन्द कहौ योगानन्द कहौ हर्षाई जी।
सुखानन्द कहौ भावानन्द कहौ प्रेमानन्द कहौ हर्षाई जी।
हरियानन्द कहौ सर्वानन्द कहौ अखण्डानन्द कहौ हर्षाई जी।३५।
सहजानन्द कहौ शिवानन्द कहौ राघवानन्द कहौ हर्षाई जी।
श्री विष्णु कहौ श्री कृष्ण कहौ चहै कृष्ण कहौ हर्षाई जी।
नन्दलाल कहौ यसुदालाल कहौ देवकी लाल कहौ हर्षाई जी।
नन्द नन्दन कहौ यशुदा नन्दन कहौ यशुमति नन्दन कहौ हर्षाई जी।
वसुदेव नन्दन कहौ देवकी नन्दन कहौ बृज के चन्दन कहौ
हर्षाई जी।४०।
कौशिल्या नन्दन कहौ सुमित्रा नन्दन कहौ कैकेयी नन्दन कहौ हर्षाई जी।
कौशिल्या लाल कहौ कैकेयी लाल कहौ सुमित्रा लाल कहौ हर्षाई जी।
राघव जी कहौ माधव जी कहौ यादव जी कहौ हर्षाई जी।
श्री स्वामी कहौ अन्तर्यामी कहौ सब के स्वामी कहौ हर्षाई जी।
गोपेश्वर कहौ महेश्वर कहौ रामेश्वर कहौ हर्षाई जी।४५।
जगन्नाथ कहौ द्वारिकानाथ कहौ बद्रीनाथ कहौ हर्षाई जी।
जारी........