२१० ॥ श्री मौलाना मुहम्मद अली जी ॥
शेर:-
लन्दन गया जिस काम हित वह काम सब होगा भला।१।
मुझ पर दया रव ने किया दी भिश्त सुमिरन के बिना।२।
कहता मुहम्मद अली हरदम भजो परवरदिगार।३।
बस हुक्म से उन ही के होता जहां का सब है संभार।४।
शेर:-
लन्दन गया जिस काम हित वह काम सब होगा भला।१।
मुझ पर दया रव ने किया दी भिश्त सुमिरन के बिना।२।
कहता मुहम्मद अली हरदम भजो परवरदिगार।३।
बस हुक्म से उन ही के होता जहां का सब है संभार।४।