२३४ ॥ श्री रम क्वारा माई पासिन जी॥
पद:-
चेतो गोरी सुनो सब मोरी।
नैहर में अब गुजर होय नहिं ठगवा लें धन छोरी।
या से सतगुरु करि गहि मारग चलिये पति की ओरी।
हर दम ससुरे का सुख लूटैं कौन करै फिरि चोरी।
राम क्वारा कहैं जियत लखैं जो सो भ्रम भाड़ा फोरी।
नाहीं तो फिरि लोटै घूमैं ज्यों कीचड़ में सोरी।६।