४०३ ॥ श्री पंडित गोपीनाथ जी ॥ (३)
सीता राम हरे सीता राम हरे सीता राम हरे भजि लीजै जी।
राधे श्याम हरे राधे श्याम हरे राधे श्याम हरे भजि लीजै जी।
रमा विष्णु हरे रमा विष्णु हरे रमा विष्णु हरे भजि लीजै जी।
उमा शम्भु हरे उमा शम्भु हरे उमा शम्भु हरे भजि लीजै जी।४।
सीता राम नमो सीता राम नमो सीता राम नमो भजि लीजै जी।
राधे श्याम नमो राधे श्याम नमो राधे श्याम नमो भजि लीजै जी।
रमा विष्णु नमो रमा विष्णु नमो रमा विष्णु नमो भजि लीजै जी।
उमा शम्भु नमो उमा शम्भु नमो उमा शम्भु नमो भजि लीजै जी।८।
श्री सीता राम श्री सीता राम श्री सीता राम भजि लीजै जी।
श्री राधे श्याम श्री राधे श्याम श्री राधे श्याम भजि लीजै जी।
श्री रमा विष्णु श्री रमा विष्णु श्री रमा विष्णु भजि लीजै जी।
श्री उमा शम्भु श्री उमा शम्भु श्री उमा शम्भु भजि लीजै जी।१२।
जय सीता राम जय सीता राम जय सीता राम भजि लीजै जी।
जय राधे श्याम जय राधे श्याम जय राधे श्याम भजि लीजै जी।
जय रमा विष्णु जय रमा विष्णु जय रमा विष्णु भजि लीजै जी।
जय उमा शम्भु जय उमा शम्भु जय उमा शम्भु भजि लीजै जी।१६।