१२८ ॥ श्री सुखरानी माई जी ॥
पद:-
सँवलिया कन्हैया नचैया गवैया मनोहर कहाँ है।
देखो घट में दुलारा कहां है।
खेलैया कुदैया भगैया लुटैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
छलैया छिपैया मँगैया हिलैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
भुलैया देवैया चटैया मलैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
हटैया बटैया रोकैया हँसैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
घटैया घड़ैया फोरैया लुकैया मनोहर कहां है। देखो०।६।
पियैया दुधैया छोरैया सिकैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
मरैया लतैया नोचैया झोटैया मनोहर कहां है। देखो०॥
बजैया बँसैया हरैया चिरैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
चढ़ैया घोड़ैया गोदैया लिलैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
सोवैया सँघैया ओढ़ैया पटैया मनोहर कहाँ है। देखो०॥
देखो लसैया उरैया चुमैया मुखैया मनोहर कहाँ है। देखो०।१२।
दोहा:-
भासत नाहीं पास है, क्या अचरज की बात।
सतगुरु से उपदेश ले, वाको नित्य देखात॥