॥ श्री हनुमान जी की प्रार्थना ॥ (१)
जै बजरंग भक्त हनुमान।
महावीर रणधीर पवन सुत राम दूत गुणवान।२।
दिब्य सिंगार बनत है देखत शारद शेष लुभान।३।
अन्धे शाह कहैं कर जोरे दीजै पद निर्बान।४।
जै बजरंग भक्त हनुमान।
महावीर रणधीर पवन सुत राम दूत गुणवान।२।
दिब्य सिंगार बनत है देखत शारद शेष लुभान।३।
अन्धे शाह कहैं कर जोरे दीजै पद निर्बान।४।