२८४ ॥ श्री सगण जी ॥
चौपाई:-
सगण कहैं सब में हरि बासा। सुमिरौ नाम तो होय प्रकाशा।१।
जियति में जो हरि को नहि पाई। मरि के फिरि पीछे पछिताई।२।
चौपाई:-
सगण कहैं सब में हरि बासा। सुमिरौ नाम तो होय प्रकाशा।१।
जियति में जो हरि को नहि पाई। मरि के फिरि पीछे पछिताई।२।