३०० ॥ श्री काला देव जी ॥
पद:-
अहा हाहा अहा हाहा अहा हाहा अहा हाहा।१।
इही हीही इही हीही इही हीही इही हीही।२।
उहू हूहू उहू हूहू उहू हूहू उहू हूहू।३।
एहे हेहे एहे हेहे एहे हेहे एहे हेहे।४।
पद:-
अहा हाहा अहा हाहा अहा हाहा अहा हाहा।१।
इही हीही इही हीही इही हीही इही हीही।२।
उहू हूहू उहू हूहू उहू हूहू उहू हूहू।३।
एहे हेहे एहे हेहे एहे हेहे एहे हेहे।४।