३८८ ॥ श्री भगवान सिंह जी ॥
पद:-
महामाया महामाया महामाया महामाया।
करो दाया करो दाया करो दाया करो दाया।
शरन आया शरन आया शरन आया शरन आया।
रहै छाया रहै छाया रहै छाया रहै छाया।
तुम्हीं जाया तुम्हीं जाया तुम्हीं जाया तुम्हीं जाया।५।
जगत आया जगत आया जगत आया जगत आया।
नर तन पाया नर तन पाया नर तन पाया नर तन पाया।
मनै भाया मनै भाया मनै भाया मनै भाया।
जो तन ताया जो तन ताया जो तन ताया जो तन ताया।
वही धाया वही धाया वही धाया वही धाया।१०।
जो अलसाया जो अलसाया जो अलसाया जो अलसाया।
वो बिलखाया वह बिलखाया वह बिलखाया वह बिलखाया।
जो शिर नाया जो शिर नाया जो शिर नाया जो शिर नाया।
वो हरखाया वह हरखाया वह हरखाया वह हरखाया।
जो गुन गाया जो गुन गाया जो गुन गाया जो गुन गाया।
वो यश छाया वह यश छाया वह यश छाया वह यश छाया।१६।