१९ ॥ श्री झूलनि जान जी ॥
पद:-
सतगुरु करि लखौ हर दम श्याम बाटिउ।
सोभा कौन बरनै बायें दिशि प्रिय बाम बाटिउ।
ध्यान धुनि नूर और लै मिलै काम बाटिउ।
कर्म जरि जाँय दोनो होहु निष्काम बाटिउ।
देव मुनि दर्श देंय लेव पग थाम बाटिउ।
जियतै मुक्ति भक्ति करो आराम बाटिउ।६।