४१३ ॥ श्री गल्ला शाह जी ॥
पद:-
बकाने में नहीं आया न यह मुझको सुहाया है।
सूचना पहले ही से देने को चलि यहं पै आया है।
समय नगिचा रहा श्री स्वामी रामानन्द जी ने जो बताया है।
करम चन्द गांधी का सुत हो के मोहन दास आया है।
अंश श्री कबीर का जानो अजब कौतुक दिखाया है।५।
देश उद्धार हित भाई भुजा दोनों उठाया है।
करैं उद्धार भारत का नाम हरि का मन भाया है।
२००० सम्वत बीते पर होय सुख जो सुनाया है।
सदा हरि नाम को सुमिरो उन्हीं की सब यह माया है।
कहैं गल्ला वचन मानो विश्व उन्हीं का जाया है।१०।