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५०० ॥ श्री फट फट शाह जी ॥

जारी........

सन्मुख में बलिराम श्याम की जोड़ी रहै सदैय्या।

सुर मुनि आवैं हंसि दुलरावैं निज निज नाम बतैय्या।

अन्त त्यागि तन प्रभु ढिग राजै छूटै जग औंघैय्या।

फट फट शाह कहैं मम बानी गुनै सो सुख लुटैय्या।२०।